आंख और कान ठीक से काम नहीं कर पाते हैं वर्टिगो रोग में, जानिए लक्षण और इलाज
सेहतराग टीम
हमारे शरीर में कई तरह के रोग होते हैं जिनमें से कई सामान्य होते हैं तो कई काफी तकलीफदायक होते हैं। उन्हीं में से एक है वर्टिगो, जो काफी सामान्य रोग कहा जाता है। इस रोग के व्यक्ति को चक्कर आता है। यही नहीं उसे ऐसा लगता है कि धरती हमेशा घूमती रहती है। लेकिन ऐसा कुछ होता नहीं है ये सिर्फ उसका भ्रम रहता है। दरअसल उसे मानसिक ज्ञान का जरा भी स्मरण नहीं रह जाता है। इस दौरान मितली और उल्टी भी होती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है और ठीक नहीं हो रहा है, तो आपको जल्द डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। इस प्रकार के लक्षण वर्टिगो के संकेत हैं। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह खतरनाक हो सकता है। आइए वर्टिगो के बारे में विस्तार से जानते हैं-
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वर्टिगो में चक्कर आने का मतलब ऊंचाई से डरना नहीं है। यह एक बीमारी है, जो कान के आंतरिक हिस्से में होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्टिगो वेस्टिबुलर सिस्टम में किसी प्रकार की समस्या आने से होती है, जो मस्तिष्क को नियंत्रित करती है। कभी-कभी यह बीमारी मस्तिष्क में असंतुलन की वजह से भी होती है।
वर्टिगो के लक्षण (Vertigo Disease Symptoms in Hindi):
- व्यक्ति को ठीक से सुनाई नहीं देती है
- कान का बंद हो जाना
- खाना खाने में परेशानी
- दूर की चीज़ें धुंधली दिखना
- चक्कर आना
- दिशा भर्मित होना
- तेज सिर दर्द होना
- जी मचलाना
वर्टिगो के उपचार (Vertigo Disease Treatment in Hindi):
इस रोग में कान के आंतरिक हिस्से की एमआरआइ की जाती है, जिससे वेस्टिबुलर सिस्टम के वर्तमान स्थिति के बारे में पता लगाया जाता है। अगर वर्टिगो प्राथमिक स्तर में है, तो दवाओं की मदद से ठीक किया जाता है। जबकि अंतिम स्तर पर रहने पर सर्जरी की जाती है। वैसे कान को नियमित देखभाल करने से इस रोग से बचा जा सकता है। इसके लिए कानों के वैक्स की अच्छे से सफाई करनी चाहिए। किसी भी ठोस पदार्थ को कानों में नहीं डालना चाहिए। जबकि कानों में ऑयल डॉक्टर की सलाह के बाद ही डालें।
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